कनखल में वर्षों पुराने छतरी के कुए की छतरी को हटाया
हरिद्वार। कुंभ मेले में सौदर्यीकरण के नाम पर कैसे पुरानी विरासतों को मिटाने का कार्य किया जा रहा है इसकी बानगी कनखल स्थित पूराने पोस्ट आॅफिस के समीप छतरी वाले कुंए पर देखने को मिली। जहां कुंए की खूबसूरत छतरी को हटा दिया गया।
स्थानीय लोगों के मुताबिक छतरी वाला कुआं करीब दो सौ वर्ष पुराना था। जिसकी छतरी कुएं की शोभा थी। बता दें कि दो सौ वर्ष के करीब होने के बाद भी कुंए की छतरी बिल्कुल सही थी। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पाईप और टीन की चादर से बनी आकर्षक छतरी को कटर से काटने में मजदूरों को दो दिन का समय लग गया। जबकि छतरी की एक भी टीन ऐसी नहीं थी जो खराब हो। छतरी के आठ पाईपों और छतरी को काटने में दो दिन का समय लगने से ही इसकी मजबूती का अंदाजा लगाया जा सकता है। बावजूद इसके सौदर्यीकरण के नाम पर वर्षों पुरानी छतरी को हटा दिया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि बेहतर होता की प्रशासन छतरी को हटाने की बजाया उसका रंग रोगन करवाकर उसे आकर्षक बना सकता था, किन्तु प्रशासन ने ऐसा न कर वर्षों पुरानी विरासत को मिटाकर स्थान की पहचान को ही समाप्त करने का कार्य किया है।