हरिद्वार। सरकार के आदेश के बाद भी परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई। असमंजस की स्थिति को स्कूल प्रबंधन और बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं।
सरकार आदेश के मुताबिक कोरोना के चलते आॅन लाईन कक्षाएं संचालित की जा रही थीं। कोरोना की गति को नियंत्रित देखते हुए सरकार ने कक्षा 9 से 12 तक की कक्षाओं को खोलने के आदेश दिए। इसमें भी सरकार द्वारा बच्चों को कक्षा में आने के लिए अनिवार्यता नहीं की गयी थी। जिसके चलते बच्चे आॅन व आफॅ लाईन पढ़ाई कर सकते थे। अब कई विद्यालयों में परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं तथा कई विद्यालयों में परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं। ऐसे में अधिकांश बच्चे आॅन लाईन ही परीक्षा दे रहे हैं। वहीं डीपीएस में बच्चों में बच्चों को परीक्षा देने के लिए आॅन लाईन परीक्षा देने का कोई विकल्प ही नहीं रखा गया है। जिस कारण अभिभावकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी का कहना है ेिक सरकार के मुताबिक दोनों ही आॅपशन में विद्यार्थी परीक्षा दे सकते हैं। किसी के लिए भी आॅफ लाईन परीक्षा देने की अनिवार्यता नहीं है। उन्होंने कहाकि डीपीएस के संबंध में इस तरह की शिकायत उनके संज्ञान में आयी थी, जिसके संबंध में स्कूल प्रबंधन को परीक्षा के दोनों विकल्पों के संबंध में अवगत करा दिया गया है।