उत्तराखंड हाईकोर्ट द्वारा आज उच्च न्यायालय की बेंच को ऋषिकेश के आई.डी.पी.एल में शिफ्ट करने का आदेश दे दिया। हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद वहा मौजूद वकीलों मेे खलबली मच गई। सभी वकीलों ने बीच में ही काम छोड़कर चीफ जस्टिस से मिले। जिसके बाद चीफ जस्टिस ने उन्हें दोपहर बाद मिलने के लिए बुलाया।
दरअसल आज बुधवार मुख्य न्यायाधीश ऋतु बाहरी और न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की खंडपीठ में ऋषिकेश स्थित आई.डी.पी.एल की कुछ याचिकाओं पर सुनवाई चल रही थी। याचिका में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी भी ऑनलाइन मामले में जुड़ी हुई थी। सुनवाई के बाद आर्डर लिखाते समय चीफ जस्टिस ने हाईकोर्ट को गौलापार शिफ्ट करने को गलत कदम बताते हुए कहा कि इसके लिए सबसे उपर्युक्त जगह ऋषिकेश में आई.डी.पी.एल की 850 एकड़ भूमि रहेगी। बताया गया कि इस भूमि में से 130 एकड़ भूमि में पूर्व कर्मचारी रहते हैं।
जिसके बाद कोर्ट ने बैंक को ऋषिकेश के आई.डी.पी.एल मेे शिफ्ट करने का मौखिक आदेश दे दिया। हाईकोर्ट के इस आदेश के पारित होते ही वकीलों में खलबली मच गई और सभी वकील बार सभागार में एकत्रित हो गए। वकीलों ने चीफ जस्टिस से अपनी नाराजगी जताई तो उन्होंने इस सम्बन्ध में सभी से दोपहर दो बजे मिलने को कहा।
इस दौरान हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष डी.सी. एस.रावत, सचिव सौरभ अधिकारी, विजय भट्ट, प्रभाकर जोशी, सय्यद नदीम ‘मून’, विकास गुगलानी, पुष्पा जोशी, रमन साह, ललित बेलवाल, दीप जोशी, हरेंद्र बेलवाल, भुवन रावत, दुष्यंत मैनाली, बी.एस. मेहता, एम.सी. कांडपाल, सुहैल अहमद सिद्दीकी आदित्य साह, अजय बिष्ट, लता नेगी आदि सैकड़ों वकील मौजूद रहे।