हरिद्वार। रुड़की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने विधायक के बेटे और उसके साथियों पर अपहरण का आरोप लगाया है। पुलिस को दी तहरीर में महिला ने बताया कि विधायक के पुत्र ने अपने साथियों के साथ उसके घर में घुसकर उसके बेटे के साथ मारपीट की और खूब तांडव भी मचाया, जिसके बाद उनके बेटे का अपहरण कर लिया गया है। इस मामले को पुलिस अपहरण से न जोड़कर लेनदेन का बता रही है।
दरअसल, गुरुवार देर शाम सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र की जादूगर रोड निवासी एक महिला ने कोतवाली पुलिस को बताया कि उसके पुत्र उज्ज्वल भाटिया को भगवानपुर विधायक ममता राकेश का पुत्र अभिषेक राकेश जबरन उठाकर ले गया। साथ ही घर में मौजूद उनके बेटों के साथ मारपीट भी की। सूचना पर पुलिस ने जब विधायक से संपर्क किया तो मालूम हुआ कि मामला लेनदेन से जुड़ा है और अपहरण का आरोप बेबुनियाद हैं। भगवानपुर पहुंचकर पुलिस उज्ज्वल भाटिया को अपने साथ रुड़की कोतवाली ले आई। इसके बाद भगवानपुर विधायक और उनके बेटे समेत कलियर विधायक व रुड़की के पूर्व मेयर अपने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंच गए, जिसके बाद काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच बातचीत चलती रही। इस मामले में सीओ चंदन सिंह बिष्ट ने बताया कि पूरा घटनाक्रम इंश्योरेंस से जुड़ा है, विधायक के पुत्र ने अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस उज्ज्वल भाटिया से कराया था, लेकिन क्लेम नहीं मिला। जिस पर कई बार दोनों के बीच बातचीत भी हुई। पुलिस की मानें तो उज्वल भाटिया को भगवानपुर विधायक का पुत्र अपने साथ लेकर गया था, लेकिन उधर उज्ज्वल की मां विधायक पुत्र पर साफ आरोप लगा रही है कि उसके बेटे को जबरन उठाकर ले जाया गया था। हालांकि अभी तक मामले में कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। बहरहाल, जब दो विधायक और पूर्व मेयर अपने दर्जनों समर्थकों के साथ रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में पहुंचे, तो यह नजारा किसी फिल्मी सीन सा नजर आ रहा था। भगवानपुर विधायक के बेटे अभिषेक राकेश भी अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ करीब आधा दर्जन गाड़ियों में सवार होकर कोतवाली आ धमके थे, जिसके बाद यह हाईवोल्टेज ड्रामा काफी देर तक चलता रहा।