पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी की राज्य निर्माण में बतायी महती भूमिका
हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बृहस्पतिवार को जनपद हरिद्वार के गैंडीखाता क्षेत्र स्थित बसोचन्दपुर में श्री कृष्णायन देशी गोरक्षाशाला में आयोजित गोपाष्टमी महोत्सव में शिरकत करने के लिए पहुंचे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विकासखण्ड बहादराबाद के विभिन्न ग्रामों के लिए जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्राम गैण्डीखाता में 2.39 करोड़, ग्राम कांगड़ी में 2 करोड़, ग्राम लहाड़पुर में 97 लाख, ग्राम लालढांग में 4.40 करोड़, ग्राम सज्जनपुर पीली में 1.75 करोड़, ग्राम श्यामपुर नौआबाद में 1.71 करोड़, ग्राम नौरंगाबाद में 2 करोड़, ग्राम अहमदपुर चिडि़यापुर में 1.33 करोड़, ग्राम रसूलपुर मिट्ठीबेरी में 3.29 करोड़, ग्राम गाजीवाली में 2.80 करोड़, ग्राम तपड़ोवाली (गुज्जर बस्ती) में 4.37 करोड़, ग्राम जसपुर चमरिया में 2.22 करोड़, ग्राम समसपुर कटेबड़ में 96.02 लाख, ग्राम पीली पड़ाव में 2.84 करोड़ की पम्पिंग पेयजल योजनाओं के निर्माण निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कृष्णायन गौशाला को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण कराया जाएगा तथा तटबन्ध भी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृष्णायन गौशाला के लिए जो जमीन देनी शेष है वह भी जल्द ही आवंटित कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने 14 नवम्बर को इगास पर्व के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की।
प्रदेशवासियों को गोपाष्टमी की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह हमारी संस्कृति की पहचान है। उन्होंने गोपाष्टमी के अवसर पर गौमाता की रक्षा का संकल्प लेने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय से मिलने वाली हर चीज हमारे लिए उपयोगी है। गाय का दूध स्वास्थ्य व पाचन के लिए सर्वोत्तम है। मुख्यमंत्री ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोग, गाय जब तक दूध देती है, तब तक तो उसका भरण पोषण करते हैं, लेकिन जब वह दूध देना बन्द कर देती है, तब उसको निःसहाय छोड़ देते है, जिसके कारण वह इधर-उधर भटकते हुए प्लास्टिक कचरा आदि खा लेती है, जिससे उसके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। श्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर शहर में गौशालाएं बनाने का काम तेज गति से करेगी। मुख्यमंत्री ने गौशाला का अवलोकन किया तथा गौमाताओं की पूजा-अर्चना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने चार माह के मुख्यमंत्री कार्यकाल में 400 से अधिक निर्णय लिये हैं। उन्होंने कहा कि वे कोई भी फैसला बिना किसी आधार के नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास सीमित संसाधन है, सीमित संसाधनों से ही सरकार को सभी कार्य करने होते हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने कई घोषणाएं की, जो आज तक धरातल पर नहीं उतर पायी, लेकिन हमने जो भी घोषणाएं की हैं, वह सभी धरातल पर दिखाई दे रही हैं। वे जो भी घोषणा कर रहे हैं, उसका तुरन्त ही शासनादेश जारी हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से पूरे विश्व में देश का मान-सम्मान बढ़ा है। आज भारत हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का सांस्कृतिक व आध्यात्मिक राज्य बने इसके लिये हमारे प्रयास जारी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न संस्कृति और रीति-रिवाजों को मानने वाले लोग निवास करते हैं, एक तरह से उत्तराखण्ड लघु भारत का रूप है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्रीनारायण दत्त तिवारी का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास में नारायण दत्त तिवारी की महत्वपूर्णं भूमिका रही है, चाहे देहरादून का सिड़कुल क्षेत्र हो या हरिद्वार अथवा उधमसिंह नगर का, सबमें श्री नारायण दत्त तिवारी की विशेष भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि हमने पंतनगर सिडकुल क्षेत्र का नाम श्री नारायण दत्त तिवारी के नाम से रखा है। उनके गांव को जाने वाली सड़क का नाम भी उनके नाम पर रखा गया है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने 11 लाख रूपये श्रीकृष्णायन देशी गौरक्षा शाला को देने की घोषणा की। गौरीशंकर गौशाला के संस्थापक बाबा हठयोगी ने कहा कि गाय के दूध के साथ ही उसका संरक्षण करने के लिए कार्य करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर कृष्णायन गौशाला के संरक्षक स्वामी आत्मानन्द महाराज, स्वामी अमृतानन्द, स्वामी कमलानन्द, मेयर ऋषिकेश अनिता मंमगाई, एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एसडीएम संगीता कन्नौजिया, अधिशासी अभियंता जल संस्थान मदन सैन, प्रवीण कुमार, अरूण कुमार, रवि शास्त्री, शेखर मेहता सहित संबंधित अधिकारी व पदाधिकारी उपस्थित थे।
रजनीकांत
गौ पूजन करते मुख्यमंत्री