मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चमोली जिले के आपदा प्रभावित नारायणबगड़ के डुंग्री गांव का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अतिवृष्टि के कारण भूस्खलन में लापता दो लोगों के परिजनों से भेंट मदद का भरोसा दिलाया। इस बीच मुख्यमंत्री को अपने पास पाते ही आपदा पीडि़त फफक-फफक कर रो पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद करेगी। उन्होंने डुंग्री गांव में आपदा से हुए नुकसान का जायजा भी लिया और अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने भरोसा दिलाया कि संसाधन की कमी नहीं होने दी जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नलगांव में आपदा से मृतक के परिजनों को 4 लाख का चैक भी दिया। सीएम ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सभी संयम बनाए रखें। सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ पर्यटन एवं जिला प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धनसिंह रावत, क्षेत्रीय विधायक मुन्नी देवी शाह भी मौजूद रहे। डुंग्री गांव निवासी भरत सिंह नेगी और वीरेन्द्र सिंह 19 अक्टूबर की सायं से लापता हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश बंद होने के बाद शाम को दोनों लोग अपने गांव समीप पेयजल लाईन को ठीक करने के लिए गए थे। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने एसडीआरएफ मौके पर सर्च अभियान में लगा रखा है, लेकिन अभी तक दोनों लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिला है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चमोली दौरे के दौरान दशोली ब्लॉक के मैठाणा गांव में रसोई गैस सिलेंडर फटने से झुलसे लोगों से मिलने पहुंचे। सीएम धामी ने गोपेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों का हालचाल जाना। सीएम ने 30 प्रतिशत से अधिक झुलसे लोगों को हेली से हायर सेंटर रेंफर करने के निर्देश दिए हैं।