हरिद्वार। गर्मियों का समय है। तपती धूप तथा शरीर को झुलसा देने वाली गर्मी से जल्दी निजात पाने के लिए सभी का मन शीतल पेय पदार्थो को देखकर व्याकुल हो जाता है। गर्मी के चलते इस समय बाजार में शीतलता प्रदान करने तथा कूल रखने के लिए तरह-तरह के पेय पदार्थ उपलब्ध हैं। जिसमे कोल्ड डिंªक, आईसक्रीम, कुल्फी, ठंडे शर्बत, जूस, शिकंजी, लस्सी आदि। लेकिन स्वयं को शीतल रखने के चक्कर में गर्म पेय पदार्थंो का सेवन भी नहीं छोड़ना है। यह बात मनौवैज्ञानिक डा. शिव कुमार चौहान ने प्रेस को जारी बयान में कही। कहाकि कोरोना महामारी के युग में बढते संक्रमण के प्रभाव तथा संक्रमण के आरम्भिक लक्षण जिसमें खांसी, जुकाम, छिंकना, गला खराब, कफ बनना आदि जैसे प्रमुख हैं। इनसे बचाव जरूरी है। परन्तु शीतल पेय पदार्थ एवं बर्फ से बनी वस्तुओं के सेवन से भी बचाव के साथ प्रत्येक दिन सुबह अथवा रात में गर्म पानी अथवा दूध के साथ हल्दी, शहद अथवा गुड का प्रयोग किया जाना फायदेमंद है।
सुबह उठने के बाद एक गिलास हल्का गर्म पानी पीये, सांय के समय तुलसी, अदरक से बनी चाय पी सकते हैं। ऐसा करने से शरीर मे शीतकारी गुणों की अधिकता होने से बचा जा सकता है तथा खांसी, जुकाम, छिंकना, गला खराब, कफ आदि समस्याओं को बढने से रोकने मंे मदद मिल सकती है। कहाकि शीतल तथा गर्म पदार्थों का सेवन करने से पहले समय अवधि पर भी ध्यान देना आवश्यक है। क्यांेकि कम समय अवधि भी इन समस्याओं को पैदा कर सकती है। इसलिए सर्द तथा गर्म होने की प्रक्रिया का ध्यान रखते समय केवल प्रातः, सांय तथा रात मंे ही गर्म पेय पदार्थांे का सेवन करें अथवा सर्दी, बुखार, जुकाम तथा बदन में दर्द होने की स्थिति मंे ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करने से बचंे। इस अवधि मंे केवल गर्म पेय पदार्थों का ही सेवन करें।
कहाकि ठंडे पेय पदार्थांे की बढती अधिकता के कारण इम्यूनिटी पर भी प्रभाव पडता है। इसलिए अधिक फायदेमंद यह है कि आप पानी की अधिकता वाले फलों तरबूज, खरबुजा, पपीता, अनानास आदि के साथ बिना बर्फ के नीबू पानी, आम पन्ना आदि का भी प्रयोग कर सकते हैं। ये सब शरीर को प्राकृतिक रूप से शीतलता प्रदान कर शरीर की इम्युनिटी बढाने में सहयोग करते है। इम्युनिटी बढने पर कोरोना जैसी महामारी से बचाव में मदद मिल सकती है।