पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के गोडसे वाले बयान पर उत्तराखंड की सियासत गरमा गई है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताये जाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए इसे भाजपा नेताओं की विक्षिप्त मानसिकता करार दिया है।
करन माहरा ने कहा कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पूरी भाजपा के मन की बात कह डाली है। दरसल भाजपा तथा उससे जुडे संगठन आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के साथ खड़े थे तथा अंग्रेज जाते हुए उन्हें मुखबिरी की ऐबज में एक मंत्र देकर गये कि भारत देश में केवल लोगों को भ्रमित करने तथा धर्म के नाम पर लडा कर बांटों और राज करो की नीति पर चलकर ही सत्ता में बने रहा जा सकता है।
उन्होंने कहा आज देश संविधान, कानून से नहीं केवल सत्ता का दुरूपयोग कर चलाया जा रहा है। देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महापुरूषों का अपमान ही भाजपा का उद्देश्य रह गया है तथा जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अग्रेजों का साथ दिया उनको महिमा मंडित किया जा रहा है।
बता दें कि त्रिवेंद्र सिंह रावत बीते कुछ दिनों से यूपी के दौरे पर हैं। बीते बुधवार को बलिया पहुंचे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में यह पूछे जाने पर कि राहुल गांधी विदेश में जाकर कहते है कि हमारी कांग्रेस पार्टी गांधीवादी नीति पर चलती है, लेकिन बीजेपी गोडसे वाली राजनीति अपना कर चलती है इस पर उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, उनकी देशभक्ति पर संदेह नहीं किया जा सकता है। हालांकि उन्होंने कहा कि गांधी जी को मारा वो एक अलग मुद्दा है। जहां तक मैंने गोडसे को जाना और पढ़ा है, वह भी एक देशभक्त थे। गांधी जी की हत्या हुई उसकी हम घोर निन्दा करते हैं।