जमीन का मालिकाना हक किसी और के नाम, फर्जी रजिस्टरी तैयार कर रहे थे कोई और
हरिद्वार। जमीन दिलवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के मास्टरमाइंड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पीडि़त के पति के हस्ताक्षरयुक्त पांच चैक भी बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर उसका चालान कर दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक 24 जून 2023 को ग्राम घीस्सरपडी डोईवाला देहरादून निवासी राखी वर्मा ने न्यायालय के आदेश पर थाना भगवानपुर में नीरज कुमार, विरेन्द्र प्रधान व रमन सिंह पाल के जमीन के नाम पर धोखाधड़ी करने के संबंध में मुकद्मा दर्ज कराया था।
पीडि़त के मुताबिक आरोपितों ने भगवानपुर हरिद्वार मंे खेडी शिकोहपुर गांव मंे सस्ती दरो पर जमीन दिलवाने के नाम पर पीडि़ता व उनके पति के साथ 08 लाख रुपये की धोखाधडी की। सौदे के शेष रुपये 14 लाख रुपये के बैक चैक हस्ताक्षरित ले लिये। जानकारी करने पर पता चला कि दिखाई गई जमीन विक्रेता रमन सिंह पाल के नाम पर न होने के बावजूद उपनिबन्धक कार्यालय रूडकी से जमीन फर्जी रजिस्ट्री तैयार की गई। इसके आधार पर जांच में धाराओं की बढोतरी की गयी।
जांच में पता चला की जमीन तलाश रही महिला राखी वर्मा व उनके पति का सम्पर्क आरोपित नीरज कुमार उम्र 34 वर्ष पुत्र बाबूराम निवासी ग्राम खेजीशिकोहपुर गांजा मजरा थाना बुग्गावाला जनपद हरिद्वार से हुआ। खुद का परिचय प्रॉपर्टी डीलर के तौर पर देते हुए नीरज कुमार ने दंपति को वर्ष 2020 में हरिद्वार बुलाकर ग्राम खेडी शिकोहपुर भगवानपुर मे एक जमीन दिखाकर करीब 12 बीघा जमीन का सौदा 22 लाख रूपये में तय करते हुए बताया कि जमीन का मालिकाना हक रमन सिंह पाल के नाम पर है। दंपति ने इस सौदे की एवज में रजिस्ट्री के दौरान 08 लाख रुपये की नगदी व 14 लाख रुपये के बैंक चैक विपक्षी को सौंपे।
भूमि अभिलेखों की पड़ताल करने पर पीडि़त को पता चला कि जिस जमीन की रजिस्ट्री की गई है, वह जमीन फर्जी विक्रेता रमन सिंह पाल के नाम पर दर्ज नहीं है। धोखाधडी कर की गई फर्जी रजिस्ट्ररी मंे बतौर गवाह भी आरोपित नीरज कुमार रहा।
न्यायालय के आदेश पर धोखाधडी का मुकदमा दर्ज होने पर आरोपितों की तलाश की गई तो मुख्य आरोपी लगातार अपने घर से फरार चल रहा था। पुलिस टीम ने पुनः दबिश देकर मुखबिर की सूचना पर आरोपित नीरज कुमार को गांजा चौक नियर गांजा मजरा बुग्गावाला क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने अपने बयानों में घटना को अपने साथियांे के साथ मिलकर अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस टीम ने नीरज की निशानदेही पर उसके घर से जमीन क्रय के नाम पर पीडि़ता के पति से लिये गये कुल 14 लाख रुपये अंकन धनराशि के 05 बैक चैक बरामद किये।
पुलिस के मुताबिक यह गैंग शातिर तरीके से जमीन खरीदने बेचने के नाम पर धोखाधडी जैसी घटनाओं को अंजाम देने के पेशेवर अपराधी हैं। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर उसका चालान कर दिया है।