रुड़की/संवाददाता
स्पर्श गंगा अभियान की सदस्या गीता कार्की ने 15 अगस्त तक 10 हजार गिलोय की कलम लगाने का संकल्प समिति सदस्यों के साथ लिया हैं। इस अभियान के तहत अभी तक वह 7 हजार गिलोय की कलम लगा चुकी हैं।
गिलोय वितरण अभियान 2020 के अन्तर्गत स्पर्श गंगा टीम की सदस्या गीता कार्की ने बताया कि गिलोय की कलम क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूलों, पार्कों, मंदिरों, गार्डनों में लगाने के अलावा डोर टू डोर गिलोय की कलम लगाई गई है। गीता कार्की ने बताया कि सावन में गिलोय अवश्य लगायें। इस कोरोना जैसी महामारी से सुरक्षा के लिए गिलोय का काढा बनाकर परिवार की सुरक्षा निश्चित करें। हर घर में गिलोय बेल अवश्य होनी चाहिए। यह बेल स्वयं भी लगाये और आस-पास में भी लगाकर लोगों को प्रेरित करें। गिलोय अमृत की तरह काम करती है। सामान्य दिनों में सर्दी, जुकाम से लेकर गम्भीर बीमारियों से रक्षा में गिलोय अहम भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक 10 हजार गिलोय की कलम हर क्षेत्र में लगाने का लक्ष्य लेकर वह इस अभियान को चलाये हुये हैं। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी वह जागरूकता अभियान चला रही हैं।