हरिद्वार। कोरोना काल में पहले से ही मुसीबत की मार झेल रहे ट्रैवल व्यवसायियों की आज हुई भारी बारिश ने कमर तोड़ दी है। जलभराव के चलते विगत 5 महीने से खड़े अनेक वाहनों में पानी भर गया है। भुखमरी की कगार पर पहुंचे ट्रैवल व्यवसायियों का कहना है कि वे न तो वाहनों की किस्त देने की स्थिति में है और ना ही परिवार चलाने की। ऐसे में सरकार को उनकी सुध लेनी चाहिए।
रविवार सुबह सवेरे से ही मूसलाधार बारिश पड़ी। जिसकी वजह से शहर में कई स्थानों पर भारी जलभराव हो गया है। कनखल की हनुमंत पुरम कॉलोनी में बारिश का कई फीट पानी जमा हो जाने की वजह से वहां पर खड़ी ट्रेवल्स व्यवसायियों की गाडि़यां इंजन सहित शीशे तक पानी में डूब गई। दरअसल कोरोना का की वजह से 5 महीनों से ट्रैवल्स व्यवसाय ठप पड़ा है। और कई व्यवसायियों ने अपनी गाडि़यां कनखल की हनुमंतपुरम कॉलोनी में खड़ी कर रखी थी। आज हुई मूसलाधार बारिश की वजह से कॉलोनी में भारी जलभराव होने के कारण कई दर्जन गाडि़यां शीशे तक पानी में डूब गई हैं जिसकी वजह से ट्रेवल्स व्यवसाइयों को भारी नुकसान हुआ है।
बारिश के पानी में डुबने से गाडियों में हुए नुकसान पर ट्रेवल्स व्यावसायी चंद्रकांत शर्मा, बंटी भाटिया, इकबाल सिंह, हरीश भाटिया, संजय गुप्ता का कहना है कि कोरोना काल मे सभी ट्रेवल्स व्यावसायी मंाग करते चले आ रहे हैं कि 2 साल का टैक्स और 1 साल के इंश्योरेंस में छूट और जो बैंक की मासिक किस्त है। उसकी ब्याज दर में छूट दी जाए। आज बारिश से इतना भारी नुकसान हुआ है इसे देखते हुए जो हमरी मांगे हैं उसे सरकार पूरा करे। ऐसा ना होने पर भी अपने वाहन नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय परिषद में खड़ा कर देंगे।