बद्रीविशाल ब्यूरो
हरिद्वार। रेलवे स्टेशन हरिद्वार से चोरी हुए 8 माह के अबोध बालक को पुलिस ने ऋषिकेश से सकुशल बरामद कर लिया है। पुलिस ने बच्चे के अपहरण की आरोपी महिला को भी गिरफ्तार कर लिया है।
मामले के मुताबिक बीते शुक्रवार को हरिद्वार रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 से एक आठ माह के बच्चा चोरी हो गया। घटना की सूचना बच्चे के पिता की ओर से तत्काल जीआरपी पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने घटनास्थल पर जानकारी ली,लेकिन ना ही गुम हुए बच्चे की कोई फोटो परिजनों के पास थी और ना ही घटनास्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरे थे,जिस पर बच्चे की बरामदगी पुलिस के लिए एक चुनौती बन गई। इसके बाद पुलिस ने एक बार फिर से घटनास्थल पर पहुंचकर समस्त यात्रियों से बारीकी से पूछताछ की। जिसमें से दो यात्रियों ने बताया कि उन्होंने एक 25 से 30 वर्ष की महिला को दून/हावड़ा एक्सप्रेस में बच्चे को उठाकर ले जाते हुए देखा था। महिला का पूरा हुलिया नोट कर पुलिस आरोपी महिला की तलाश में जुट गई। दून/हावड़ा एक्सप्रेस में बच्चे की तलाश के लिए ऋषिकेश जीआरपी पुलिस को भी सूचित किया।
इस बीच घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। जिसके बाद बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए जीआरपी,आरपीएफ व एसओजी की कई टीमें गठित की गई। गठित टीमों ने ऋषिकेश,देहरादून व आसपास के जनपदों से संपर्क साधा साथ ही पूर्व में हुई बच्चा चोरी में गिरफ्तार अभियुक्तों पर नजर रखने के लिए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। पुलिस के लिए चुनौती बना यह ब्लाइंड केस सुलझाना वाकई ठेढ़ी खीर था। अब केवल प्रत्यक्षदर्शी द्वारा बताया गया आरोपी महिला का केवल हुलिया है पुलिस के पास था।
इसी आरोपी महिला के हुलिए के जरिए अब पुलिस को बच्चे और उसके अपहरणकर्ता तक पहुंचना था। इसी बीच अपहृत बच्चे की तलाश में देहरादून रेलवे स्टेशन वीरभद्र रेलवे स्टेशन योग नगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन ऋषिकेश आदि स्थानों पर पुलिस टीमों द्वारा चलाए जा रहे चैकिंग अभियान के दौरान पुलिस के हाथ एक आरोपी महिला लगी,जिसके कब्जे से हरिद्वार रेलवे स्टेशन से चोरी हुआ बच्चा बरामद कर लिया गया। पुलिस मासूम और आरोपी महिला को हरिद्वार जीआरपी लाई।
पूछताछ में आरोपी महिला ने अपना नाम शिवानी पत्नी जोगी बेंस (28 वर्ष) निवासी जसिया लुधियाना पंजाब बताया। पुलिस ने आरोपी महिला को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया, वहीं कानूनी कार्यवाही के बाद मासूम को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।