रुड़की/संवाददाता
बृहस्पतिवार को सिविल लाईन पुलिस को न्यू भारत कॉलोनी ढण्डेरा के पास एक अज्ञात सिर कुचला शव के बारे में जानकारी मिली थी। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहंुचकर उसकी शिनाख्त के प्रयास किये। शव के पास एक कार बुलेरो यूके 17-जी 7735 खडी हुई थी। जिसका शीशा टूटा हुआ था और कार के अंदर पत्थर पड़े हुये थे। उक्त कार के मालिक का नाम पता करने पर पता चला कि यह जम्मन सिंह निवासी 612 भारत कॉलोनी ढण्डेरा के नाम होना पाई गई। उनसे जब संपर्क किया गया, तो कार उन्होंने अपनी बताई और कहा कि 10 मार्च को उनका बेटा रवि रावत ले गया था, जो अब तक वापस नहीं आया। कार मालिक को मौके पर लाया गया, जिन्होंने मृतक की शिनाख्त करते हुए अपना छोटा पुत्र रवि रावत (34) बताया। इस सम्बन्ध में मृतक के भाई अनिल रावत द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया। यह घटना बेहद गम्भीर थी और पुलिस अधिकारियों द्वारा इस घटना का खुलासा करने के आदेश दिये गये थे।
शुक्रवार को सिविल लाईन कोतवाली में उक्त घटना का खुलासा करते हुए एसपी देहात प्रमेन्द्र डोबाल ने पत्रकारों को बताया कि मृतक के शव के नीचे एक चैन मिली, जिसे घरवालों द्वारा अपनी न होना बताया। क्योंकि उसकी चैन गले में मौजूद थी। पुलिस टीमों द्वारा मृतक रवि रावत व उसके साथियां के बारे में जानकारी जुटाई गई, तो पता चला कि मृतक का आपराधिक इतिहास रहा हैं और वह हत्या जैसे मामले में जेल जा चुका हैं। मृतक के पास कोई मोबाइल भी नहीं था। इस दौरान पुलिस को ज्ञात हुआ कि कुछ दिनों से मृतक किसी सुरेंद्र उर्फ सूरी नाम के व्यक्ति के साथ घूम रहा था। जब उसकी तलाश की गई, तो वह घर से गायब मिला। पुलिस तभी से उसकी तलाश में थी। पुलिस को सूचना मिली कि सुरेन्द्र उर्फ सूरी घर पहंुचा हैं, इस पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो सुरेन्द्र ने घटना का इकबाल करते हुए रवि रावत की हत्या रात्रि में करना स्वीकारा। साथ ही बताया कि दोनों स्मैक का नशा करते थे, वह दबंग प्रवृत्ति का था तथा मेरे लिए स्मैक की व्यवस्था करता था। उस दिन भी वह कार से घूमने के लिए निकले। इस दौरान इकबालपुर, भगवानपुर की ओर गये और एक साथी के माध्यम से स्मैक की व्यवस्था हुई और दोनों ने खूब नशा किया। इसी दौरान उसने मेरा फोन ले लिया और जब मैंने मांगा, तो रवि ने मेरे सिर पर ईंट मार दी। इससे मैं गुस्से में आ गया और फिर मैंने उसके सिर पर ईंट से कई बार प्रहार किये। जब उसने हिलना-डुलना बंद कर दिया। तो उसने अपने खून से सने कपड़े उतारकर घर के पीछे दबा दिये और झगड़े के दौरान मेरी चैन वहीं मौके पर गिर गई थी। घटना का खुलासा करने पर एसएसपी ने पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये ईनाम देने की घोषणा की। पुलिस टीम में सीओ बहादुर सिंह चौहान, कोतवाल राजेश शाह, दरोगा प्रदीप कुमार, जहांगीर अली, नरेन्द्र सिंह, हैड कां. पुष्कार सिंह व कां. अरविंद, भीमदत्त, अनिल शर्मा, भारत, वीरेन्द्र, संजय तोमर, हेमंत, राहुल धानिक, सुरेश रमोला, जाकिर, रविन्द्र खत्री शामिल रहे।