रुड़की/संवाददाता
सिविल लाइन पुलिस ने कोतवाली की हवालात से पुलिस आरक्षी को चकमा देकर फरार होने वाले आरोपी को ढंढेरा रेलवे स्टेशन से एक सूचना पर गिरफ्तार कर लिया। जिसे बाद में कोर्ट में पेश किया गया।
कोतवाल राजेश साह ने जानकारी देते हुए बताया कि वादी शिव बचन की तहरीर पर पुलिस ने उसकी बहन का अपहरण करने वाले आरोपी रोहित उर्फ छोटू पुत्र सत्यवीर निवासी ग्राम नगला गंज थाना बेवर जिला मैनपुरी उत्तर प्रदेश के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया था। जिसके आधार पर पुलिस ने 15 सितंबर को फरीदाबाद से अपहर्ता को बरामद करते हुए अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया था। कोतवाल राजेश शाह ने जानकारी देते हुए बताया कि 16 सितंबर की रात्रि अभियुक्त ने आरक्षी को अपनी तबीयत खराब होने की बात कही। जिस पर कार्यालय में नियुक्त आरक्षी ने उसे हवालात के बाहर लगी जाली के पास बैठा दिया। जिसका फायदा उठाकर आरोपी फरार हो गया। इसकी जानकारी संबंधित थाना क्षेत्रों को देकर नाकाबंदी कराई गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया। इस संबंध में एसआई बारू सिंह चौहान ने आरोपी के खिलाफ थाने पर मुकदमा दर्ज कराया। इस पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सीओ रुड़की के निर्देशन में चार टीमों का गठन किया गया ओर प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में टीमों ने विभिन्न स्तरों पर अभियुक्त की तलाश की। पुलिस टीम लगातार अभियुक्त की तलाश में दबिश दे रही थी। तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि पुलिस को जिस अभियुक्त की तलाश है, वह रेलवे स्टेशन ढंढेरा पर कहीं जाने की फिराक में खड़ा है। इस पर एसएसआई प्रदीप कुमार मय फोर्स के साथ रेलवे स्टेशन ढंडेरा पहुंचे, जहां उन्होंने रोहित उर्फ छोटू को धर दबोचा। पूछताछ में उसने बताया कि वह गिरफ्तार होने से डर गया था। यही नही अपहर्ता ने उसके खिलाफ कोर्ट में ब्यान दे दिए तो उसे कड़ी सजा हो जाएगी। जिस कारण वह तबीयत खराब होने का बहाना कर फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपी को पकड़कर कोर्ट में पेश किया। टीम में कोतवाल राजेश साह, दरोगा रणजीत खनेडा, विनोद रावत, संजय मैगी, नरेंद्र सिंह, प्रदीप कुमार, कॉन्स्टेबल हेमंत, रघुवीर, सचिन, अरविंद, राहुल, प्रवीण, विनोद चपराना व रामवीर आदि शामिल रहे।