शांतिकुंज में पांच दिवसीय कन्या कौशल अभिवर्धन प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ
हरिद्वार। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में पांच दिवसीय कन्या कौशल अभिवर्धन प्रशिक्षक प्रशिक्षण शिविर का गुरुवार को शुभारंभ हुआ। शिविर में उप्र के मुरादाबाद, लखनऊ, वनारस सहित चालीस जिलों की चयनित बहिनें शामिल हैं। शिविर का शुभारंभ गायत्री विद्यापीठ, शांतिकुंज की व्यवस्था मण्डल की प्रमुख शेफाली पण्ड्या, डॉ. गायत्री शर्मा, डॉ. सुलोचना शर्मा आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।
शिविर के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए शेफाली पण्ड्या ने कहा कि गायत्री परिवार की संस्थापिका माता भगवती देवी शर्मा ने साठ के दशक से ही कन्या को प्रशिक्षित करने, नारियों को आत्म निर्भर बनाने सहित नारी जागरण के विभिन्न पहलुओं पर कार्य प्रारंभ किया था। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज व राष्ट्र का उत्थान नारियों के विकास से ही संभव है। वर्तमान समय में व्याप्त कुरीतियों के उन्मूलन में नारी के सहयोग की अति आवश्यकता है। विगत दिनों हैदराबाद में हुई घटना के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए पण्ड्या ने कहा कि घरों, समाज में नारी को सम्मान की दृष्टि देखने के लिए जागरुकता पैदा करनी होगी, तभी देश की बेटियां सुरक्षित रहेंगी। उन्होंने कन्याओं के विकास एवं उनको सक्षम बनाने के विविधि उपायों की विस्तृत जानकारी दी।
शिविर संयोजिका के अनुसार पांच दिन चलने वाले इस शिविर में कुल चैबीस सत्र होंगे। जिसमें प्रतिभागियों को व्यक्तित्व परिष्कार, सफल जीवन की दिशाधारा, किशोरावस्था और आधुनिक जीवनशैली, जीवन लक्ष्य, जीवन निर्माण का विज्ञान, गायत्री और यज्ञ, आत्म सुरक्षा, जीवन में अध्यात्म व गुरु की अनिवार्यता सहित चैबीस अलग-अलग विषयों पर सैद्धांतिक व व्यावहारिक जानकारी दी जायेगी। इस अवसर पर पूर्णिमा अग्रवाल, श्यामा मित्तल, भारती नागर, दुर्गा, प्रियंका, सेवती आदि बहिनें उपस्थित रहीं।