मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक ने तारीफ की
हमारा सेवा अभियान निरंतर जारी रहेगाः रविंद्र पुरी
हरिद्वार। कोरोना संकट के दौरान के श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के सचिव और श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज का मानव सेवा का अभियान लगातार चल रहा है।
महन्त रविंद्र पुरी महाराज की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संकट के समय मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज लगातार जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। रावत ने कहा कि महन्त श्री रविंद्र पुरी महाराज जैसे संत विरले ही होते हैं। संकट की घड़ी में संत कैसे राष्ट्र रक्षा के लिए खुद को समर्पित करते हैं, श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने इसे बखूबी कर दिखाया है। राज्य सरकार, शासन-प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर श्रीमहंत रविन्द्रपुरी खड़े रहे और निरंतर प्रदेश भर के दीन हीन, असहाय, गरीब लोगों की मदद की।
वही उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने लॉकडाउन के चलते हरिद्वार में फंसे दूसरे राज्यों के श्रद्धालुओं का भी पूरा ख्याल रखा और अतिथि देवो भव की भावना को साकार किया।
महन्त रविंद्र पुरी महाराज ने कहाकि मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है। हमारा सेवा अभियान इस संकट की घड़ी में लगातार जारी रहेगा। इससे पूर्व महन्त रविंद्र पुरी महाराज ने कनखल के श्री रामकृष्ण मिशन में नर सेवा नारायण सेवा के लिए 5 लाख 51 हजार रुपए की धन राशि भेंट की थी। उन्होंने मरीजों को फल वितरण किया तथा मिशन की ओर से 200 जरूरतमंद परिवारों को खाद्यान्न वितरित किया। महन्त रविंद्र पुरी महाराज के इस मानव सेवा कार्य की केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक रामकृष्ण मिशन के संतों शिक्षाविदों ने उनके इस मानव सेवा कार्य की जमकर तारीफ की है। उन्होंने सवा करोड़ रुपए से ज्यादा मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री केयर्स फंड में श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा श्री मनसा देवी ट्रस्ट और निरंजनी अखाड के महामंडलेश्वर के सहयोग से प्रदान किए हैं। मनसा देवी ट्रस्ट और श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा की ओर से करीब 70 लाख रुपए प्रदान किए महन्त रविंद्र पुरी महाराज ने उपनगर ज्वालापुर में मुस्लिम समुदाय के जरूरतमंद लोगों को भी खाद्यान्न वितरित किया। हरिद्वार जिले की सभी तहसीलों में निशुल्क खाद्यान्न जरूरतमंदों को वितरित किया। उन्होंनेे कहा कि सबसे बड़ा धर्म राष्ट्र धर्म है और इस समय राष्ट्र पर जो संकट आया है उससे निपटने के लिए संतों ने अहम भूमिका निभाई है। संत इस समय पूरे मनोयोग के साथ इस संकट की घड़ी में राष्ट्र के साथ खड़े हैं। महंत रवींद्र पुरी देश में पूर्ण बंदी लगने के साथ ही लगातार निरंतर खाद्यान्न वितरण के साथ-साथ श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के परिसर में स्थित अखाड़ा पृष्ठ भगवान कार्तिकेय के मंदिर में कोरोना संकट से पूरे विश्व को निजात दिलाने के लिए निरंतर अनुष्ठान कर रहे हैं।