हरिद्वार। दिव्य प्रेम सेवा मिशन के वार्षिकोत्सव में शनिवार को आत्म संवाद अंतर्यात्रा शिविर के दूसरे दिन राज्यसभा सांसद शिव प्रकाश शुक्ल की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें प्रसिद्ध आध्यात्मिक विचारक डा. पवन सिंह ने गोष्ठी का शुभारम्भ करते हुए कहा कि भगवान शिव निर्वाण स्वरूप और महामृत्युजंय मंत्र भगवान शिव की कृपा पाने का अमोघ मंत्र है। जिसके बीज स्वरूप मंत्र के जाप से ही आध्यात्मिक शक्ति का संचार होता हैं। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में राज्यसभा सांसद शिव प्रकाश शुक्ल ने कहा कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन के वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित आत्म संवाद अंतर्यात्रा शिविर का आयोजन गंगा जी के तट पर एक अनुपम कार्य है। उसमें महामृत्युजंय सत्र अध्यात्म चेतना को जाग्रत करने का अवसर बना उन्होंने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के प्रति शुभकामनाएं प्रदान की। विचार गोष्ठी में ऋषिकेश एम्स के निदेशक डा. रविकांत ने महिला सशक्तिकरण विषय पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि सुदृढ भारत के लिए मातृ शक्ति का स्वस्थ और शिक्षित होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में महिलाओं और बच्चों की स्थिति अच्छी नहीं है। उन्होंने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के सामाजिक कार्याे की प्रशंसा करते मिशन के प्रति मंगल कामनाएं दीं। गोष्ठी में आने वाले बुद्धिजीवियों का स्वागत मिशन के संस्थापक आशीष गौतम, राष्ट्रीय संयोजक संजय चतुर्वेदी सहित मिशन के पदाधिकारियों ने किया।