देवभूमि के काशीपुर में आपराधिक घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आये दिन कहीं न कहीं किसी वारदात की खबरें सामने आ रही हैं। काशीपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में एक घर में घुसकर बुजुर्ग मां और बेटे का किसी ने गला काट दिया। इस घटना से पूरे इलाके में समसनी फैल गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। दरअसल, अल्मोड़ा के लंमगड़ा ब्लॉक के गौना गांव के रहने वाले खीम सिंह चौहान पीडब्ल्यूडी रुद्रपुर से 7 साल पहले हेड क्लर्क के पद से रिटायर हुए थे। वे काशीपुर की सैनिक कॉलोनी में अपनी 88 वर्षीय मां बिशनी देवी, बेटी रेनू, नातिन पूजा और बेटे रविंद्र के साथ रहते थे। 88 वर्षीय विशनी देवी कैंसर से पीडि़त थी। खीम सिंह चौहान की बेटी रेनू देवी का चामुंडा बिहार कॉलोनी में घर बन रहा था। वारदात तब हुई जब मृतक की बेटी रेनू उसका भाई रविंद्र सिंह घर से बाहर गये हुए थे। रेनू की बेटी जब स्कूल से घर पहुंची तो उसने बड़ी देर तक दरवाजा खटखटाया, मगर किसी ने दरवाजा नहीं खोला। जिसके बाद उसने अपनी मां को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद रेनू भी भाई के साथ घर पहुंची। घर का दरवाजा न खुलने पर रेनू ने अपनी बेटी पूजा को दीवार के सहारे मकान में दाखिल हुए। जिसके बाद पूजा ने घर के मेन गेट का ताला खोला। जैसे ही वे अंदर पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने देखा आंगन, रसोई और बेडरूम में खून पड़ा हुआ है। बेडरूम में खीम सिंह चौहान और उनकी 88 वर्षीय मां विशनी देवी खून से लथपथ पड़ी है। आनन-फानन में रेनू और रविंदर ने पड़ोस के लोगों को घटना की सूचना दी। जिसके बाद 108 की मदद से उन्हें हॉस्पिटल में पहुंचाया गया। सूचना मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना के बाबत परिजनों से जानकारी ली। दोनों का उपचार कर रहे हैं डॉक्टरों ने बताया कि घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। पुलिस के मुताबिक ये मामला प्रथम दृष्टया गृह कलेश का मामला लग रहा है। मामले की जांच की जा रही है।