हरिद्वार। श्यामपुर थाना क्षेत्र के कांगड़ी गांव और ब्रह्मपुरी में कुट्टू के आटे से बना खाना खाने से करीब 72 लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। सभी लोगों को आनन-फानन में अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कई मरीजों को जिला हॉस्पिटल में तो कई को कांगड़ी के पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे कुट्टू का आटा खाने से बीमार हुए लोगों का हालचाल जानने जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मरीजों से बातचीत की और अस्पताल को स्टैंडबाई मोड पर रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सभी मरीजों की स्थिति सामान्य है और ये सामान्य फूड प्वाइजनिंग की घटना है, मरीजों को जल्द हॉस्पिटल से छुट्टी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में 37 मरीज और मेला हॉस्पिटल में 35 मरीजों को भर्ती किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी घटनाएं हर साल देखने को मिलती हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी पर्व पर अब फूड सेफ्टी विभाग की टीम पहले ही खाद्य पदार्थों की जांच करेगी।
बताया जा रहा है कि हरिद्वार के गाजीवाला में लोगों ने बीते दिन यानी नवरात्रि के पहले दिन व्रत खोलने के लिए कुट्टू के आटे से बने पकवान खाए थे।
इस मामले में श्यामपुर थाना क्षेत्र के एसएचओ अनिल चौहान ने बताया कि हरिद्वार के कांगड़ी स्थित एक दुकान से यह आटा लिया गया था, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। लोग बीते रात से फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए हैं। अब तक ये संख्या 72 तक पहुंच गई है, यह संख्या अभी और बढ़ सकती है। हरिद्वार फूड इंस्पेक्टर आरएस पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायत मिलने के बाद टीम विभिन्न जगहों पर कुट्टू के आटे के सैंपल ले रही है। हरिद्वार के सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार ने कहा है इस संबंध में हरिद्वार फूड सेफ्टी इंस्पेक्टर को सभी जगहों पर सैंपलिंग के आदेश दिए हैं। साथ ही कुट्टू के आटे की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। वहीं यह भी पता लगाया जा रहा है कि आखिर यह कुट्टू का आटा आया कहां से है। इसके बारे में जानकारी मिलते ही संबंधित लोगों तुरंत कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम हरिद्वार पूरण सिंह राणा ने बताया कि औचक निरीक्षण कर कोट्टू की सैंपलिंग की जाएगी और पुराना व मिलावटी कोट्टू बेचने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।