बद्रीविशाल ब्यूरो
प्रयागराज। मौनी अमावस्या के दिन स्नान के दौरान संगम तट पर भगदड़ मचने से कई श्रद्धालुओं के मरने की खबर सामने आ रही है। जबकि 50 के करीब लोग घायल बताते जा रहे हैं। हालांकि मेला प्राधिकरण ने आधिकारिक तौर पर किसी भी मौत की पुष्टि नहीं की है। बचाव कार्य के लिए एंबुलेंस की दो दर्जन से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं।
प्रशासन की अपील पर भीड़ को देखते हुए अखाड़े का स्नान कैंसिल हो सकता है। हादसा रात 2 बजे के करीब हुआ। इसके संबंध में श्री पंचायती अखाड़ा निरंजन ने स्नान कैंसिल करने की संभावना जताई है। उन्होंने अपने सभी सन्यासियों, मंडलेश्वरों भक्तों से स्थिति को देखते हुए निर्णय लेने के लिए कहा है।उन्होंने कहा कि हालात का जायजा लेते हुए स्नान किया जाएगा या नहीं इसका निर्णय लिया जाएगा।
संगम तट पर भगदड़ की घटना के बाद सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान करने से मना कर दिया है। सभी अखाड़े रास्ते से ही अपनी छावनी में वापस लौट गए। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा हादसे के बाद अखाड़े अमृत स्नान नहीं करेंगे। मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ और भगदड़ की घटना के चलते सभी अखाड़ों ने अमृत स्नान न करने का ऐलान किया है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि अखाड़े के वहां जाने से स्थिति और भी बिगड़ सकती थी। इसके बाद महानिर्वाणी अखाड़ा व जूना अखाड़े भी अपना जुलूस बीच रास्ते से ही वापस लेकर छावनी लौट आए।