हरिद्वार। ग्राम बहादरपुर सैनी स्टरलाइट कम्पनी में कार्यरत एक मजदूर का पैर कटने पर उसकी पारिवारिक माली हालत खराब होने पर मजूदर ने परिवार समेत कम्पनी के बाहर धरना देकर मुआवजे की मांग की।
जानकारी के मुताबिक यशपाल कुमार पुत्र मेहर सिंह निवासी ग्राम सोहलपुर स्टरलाइट कंपनी में 3 साल से कार्य कर रहा था। े लॉकडाउन के दौरान कंपनियां बन्द थी। उसके बावजूद स्टरलाइट कम्पनी ने श्रम कानूनों का उल्लंघन करते हुए स्टरलाइट कंपनी चालू कर उत्पादन कर रही थी। 30 अप्रैल को कंपनी परिसर के अंदर काम करते हुए यशपाल का एक पैर कट गया। कम्पनी में कटिंग रोल पेपर गिरने से यशपाल का पैर कट गया था। मजदूर का पैर कटने के बाद मजदूर छुट्टी पर चला गया और कंपनी से लगातार इलाज के लिए परिवार की रोजी रोटी के लिए मुआवजे की मांग करता रहा, लेकिन 6 महीने बाद भी कंपनी ने मजदूर को कुछ नहीं दिया। छह माह बाद भी मुआवजा न मिलने के कारण परिवार की माली हालत खराब होने पर यशपाल पत्नी सुमन देवी व परिवार सहित कंपनी के सभी कर्मचारियों सहित कंपनी के गेट पर धरने पर बैठ गया। लेकिन कम्पनी पर यशपाल की गुहार और धरने का कोई असर नहीं है। मजदूर का कहना है कि यशपाल ने शरीर का एक अंग कंपनी को भेंट चढ़ा दिया। कंपनी उसे मुआवजा दे ताकि वह अपने बच्चों का पालन पोषण कर सके। धरने में सोमवार को सैकड़ों मजदूर शामिल हुए और मजदूर के लिए शासन प्रशासन व कंपनी प्रबंधन से न्याय की मांग की। धरने में अमित, सुमित,अरुण, पुष्कर, उपदेश, राजेश, अजय, सुमित, अमित कश्यप आदि शामिल रहे।