एकात्म मानववाद के प्रणेता थे दीनदयाल उपाध्यायः रोहन

dharma Haridwar Latest News Politics Roorkee uttarakhand

पुदुच्चेरी प्रदेश भाजपा कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व भाजपा परिवार के अन्य सदस्यों ने त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति, एकात्म मानववाद के प्रणेता, प्रखर विचारक, उत्कृष्ट संगठनकर्ता एवं कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजली दी।
इस अवसर पर पुदुच्चेरी प्रवास पर रोहन सहगल ने कहाकि श्री उपाध्याय की एकात्म मानववाद एक ऐसी विचारधारा है जिसके केंद्र में व्यक्ति, फिर व्यक्ति से जुड़ा परिवार, परिवार से जुड़ा समाज, राष्ट्र, विश्व फिर अनंत ब्रह्मांड सम्मिलित है। सभी एक दूसरे से जुड़कर अपना अस्तित्व कायम रखते हैं। उन्होंने कहाकि राजस्थान में जन्में श्री उपाध्याय ने भारत के नवनिर्माण मे ंअहम् भूमिका निभाई। कश्मीर से धारा 370 व 35ए हटाना उन्हीं का उद्देश्य था। जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दृढ़इच्छा शक्ति के साथ समाप्त किया और कश्मीर पर लगे कलंक को मिटाने का काम किया। उन्होंने कहाकि पंडित दीनदयाल एक ऐसे युग दृष्टा थे जिनके विचारों एवं सिद्धांतों के बीज ने देश को एक वैकल्पिक विचारधारा देने का काम किया है। उनकी विचारधारा सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं बल्कि राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए थी राष्ट्र उनके प्रति सदैव कृतज्ञ रहेगा।

पुदुच्चेरी प्रदेश भाजपा कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व भाजपा परिवार के अन्य सदस्यों ने त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति, एकात्म मानववाद के प्रणेता, प्रखर विचारक, उत्कृष्ट संगठनकर्ता एवं कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजली दी।
इस अवसर पर पुदुच्चेरी प्रवास पर रोहन सहगल ने कहाकि श्री उपाध्याय की एकात्म मानववाद एक ऐसी विचारधारा है जिसके केंद्र में व्यक्ति, फिर व्यक्ति से जुड़ा परिवार, परिवार से जुड़ा समाज, राष्ट्र, विश्व फिर अनंत ब्रह्मांड सम्मिलित है। सभी एक दूसरे से जुड़कर अपना अस्तित्व कायम रखते हैं। उन्होंने कहाकि राजस्थान में जन्में श्री उपाध्याय ने भारत के नवनिर्माण मे ंअहम् भूमिका निभाई। कश्मीर से धारा 370 व 35ए हटाना उन्हीं का उद्देश्य था। जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दृढ़इच्छा शक्ति के साथ समाप्त किया और कश्मीर पर लगे कलंक को मिटाने का काम किया। उन्होंने कहाकि पंडित दीनदयाल एक ऐसे युग दृष्टा थे जिनके विचारों एवं सिद्धांतों के बीज ने देश को एक वैकल्पिक विचारधारा देने का काम किया है। उनकी विचारधारा सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं बल्कि राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए थी राष्ट्र उनके प्रति सदैव कृतज्ञ रहेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *