हरिद्वार। शनिवार को श्रावण मास की शिवरात्रि पर शिवालयों में में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। शिव भक्तों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा था। श्रद्धालुओं ने शिवालयों में पहुंचकर बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। अल सुबह से शुरू हुआ जलाभिषेक का सिलसिला अनवरत जारी रहा। शिवालयों में भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे।
श्रावण मास की शिवरात्रि पर हरिद्वार के भगवान शिव की ससुराल कहे जाने वाले श्री दक्षेश्वर महादेव मंदिर, बिल्वकेश्वर, नीलेश्वर महादेव, तिलभंाडेश्वर, दरिद्रभंजन, दुःखभंजन महादेव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया। सबसे अधिक भीड़ कनखल स्थित श्री दक्षेश्वर महादेव मंदिर में देखने को मिली। शिवालयों में पहुंचकर श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य की बहुुविधि पूजा-अर्चना व अभिषेक किया। मान्यता है कि पूरे श्रावण मासं भगवान शिव दक्षेश्वर मंदिर में विराजमान रहकर सृष्टि का संचालन यहीं से करते हैं।
ज्योतिष के मुताबिक श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 15 जुलाई को रात 08 बजकर 32 मिनट से शुरू हो रही है, जिसका समापन 16 तारीख जुलाई को रात 10 बजकर 08 मिनट पर होगा। इस कारण से शिवरात्रि का जलाभिषेक लोग दो दिन करेंगे। वहीं, 15 जुलाई को निशिता मुहूर्त रात 12 बजकर 07 मिनट से देर रात 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। 15 जुलाई को मृगशिरा नक्षत्र सुबह से लेकर रात 12. 23 बजे तक रहेगा, जो की बहुत ही शुभ है। इस मुहूर्त में शिवजी का जलाभिषेक करना श्रेयस्कर माना जाता है। इस बार शिवरात्रि पर दो शुभ योग वृद्धि और ध्रुव योग भी बन रहे हैं। वृद्धि योग 15 जुलाई को प्रातःकाल से सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक रहा। इसके बाद ध्रुव योग आरम्भ हुआ, जो 16 जुलाई को प्रातः 8 बजे तक रहेगा रहेगा।