रुड़की। कोई यदि ये कहे कि आज के दौर में ईमानदारी नाम की कोई चीज नही है ये गलत है ईमानदारी आज भी जिन्दा है। ऐसी ही ईमानदारी की मिशाल एक गरीब चादर बेचने वाले ने साबित की है।
मामला सुभाषनगर रुड़की का है यहां के निवासी भाजपा नेता मनोज तोमर के पुत्र प्रथम तोमर का पर्स जिसमें की लगभग आठ हजार रुपयों के साथ ही अनेक जरुरी कागजात थे वो रास्ते में गिर गया था। उक्त पर्स रेड़े पर चादर कम्बल इत्यादि बेचने का काम करने वाले मलिक हैण्डलूम के स्वामी जावेद उमर निवासी मंगलौर के हाथ लग गया। जावेद उमर ने अपनी ईमानदारी दिखाते हुए क्षेत्र में अनेक लोगों से उनके घर का पता पूछा और प्रथम तोमर के घर पहंुच उनका पर्स लौटा दिया। जावेद की ईमानदारी को देखते हुए ना सिर्फ प्रथम तोमर बल्कि उनके पिता भाजपा नेता मनोज तोमर की आंखे भी भर आई। मनोज तोमर ने जावेद उमर का आभार व्यक्त करते हुए कुछ धनराशी ईनाम स्वरुप जावेद को देनी चाही लेकिन जावेद ने उसे भी लेने से मना कर दिया।