रुड़की/संवाददाता
हाल ही में बेलड़ा गांव में जंगल में स्थित खुले बोरवेल में एक युवक का शव पुलिस ने बरामद किया था। इस घटना से इलाके में शोक की लहर हैं और पीड़ित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हैं।
बेलड़ा गांव के गणमान्य लोगों ने बताया कि यह ट्यूबवैल नलकूप खण्ड का हैं और करीब दस वर्ष पूर्व खराब हो गया था। इस ट्यूबवैल के बोरवेल पर आज तक विभाग के अधिकारियों द्वारा ढक्कन आदि भी नहीं लगवाया गया। जिस कारण इस बोरवेल में कुछ वर्ष पहले एक बकरी का बच्चा भी समा गया था। इसकी शिकायत नलकूप खण्ड के तत्कालीन अधिकारियों से की गई थी कि इस बोरवेल को बंद कराया जाये, ताकि कोई घटना घटित न हो सके। लेकिन नलकूप खण्ड विभाग में बैठे अधिकारियों की इसकी फुरसत ही नहीं मिली और एक युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी। ग्रामीणों का कहना है कि खुले बोरवेल के नजदीक एक बाईक पिछले तीन दिन तक खड़ी रही और परिजन व पुलिस इधर-उधर गुम हुये युवक को ढूंढते रहे। बाद में पुलिस द्वारा बोरवेल में शव होने का शक जताते हुए जेसीबी के माध्यम से युवक का शव किसी तरह बाहर निकाला। ग्रामीणों का कहना है कि नलकूप खण्ड विभाग के अधिशासी अभियंता शिशिर गुप्ता व एसई संजय कुशवाह इसके लिए पूर्ण रुप से जिम्मेदार हैं। यदि वह अपनी ड्यूटी का निष्ठा से निर्वहन करते, तो ग्रामीणों को आज यह समय न देखना पड़ता। इन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके। लोगों ने यह भी कहा कि यदि यह बोरवेल बंद होता, तो अपराधी युवक के शव को न छिपा पाते। वहीं इस सम्बन्ध में जब अधिशासी अभियंता शिशिर गुप्ता से बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में खुले बोरवेल की कोई शिकायत उन्हें नहीं मिली, वह इस मामले में अपने अधिनस्थ कर्मियों से पूछताछ कर आवश्यक कार्रवाई करेंगें। वहीं एसई संजय कुशवाह ने कहा कि इस सम्बन्ध में उनके द्वारा एक बैठक ली गई और दिशा-निर्देश जारी किये गये। साथ ही चेतावनी निर्गत की और कहा कि वह मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई अमल में लायेंगे। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अधिशासी अभियंता अपने कार्यालय से अक्सर नदारद रहते हैं और देहरादून में ज्यादा समय देते हैं। वहीं इस बाबत पूछे जाने पर शिशिर गुप्ता ने कहा कि उनका मुख्यालय देहरादून में हैं और उन्हें अक्सर देहरादून विभागीय कार्य से जाना पड़ता हैं। बहरहाल कुछ भी हो, बेलड़ा में हुई युवक की हत्या के मामले में कहीं न कहीं नलकूप खण्ड विभाग की लापरवाही जरूर सामने आई हैं। बोरवेल का खुला होना ओर भी चिंता बढ़ाने वाला हैं। ग्रामीणों ने इस सम्बन्ध में देहरादून में बैठे उच्च अधिकारियेां को शिकायत करते हुए दोषी अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की मांग की।