रुड़की/संवाददाता
भगवानपुर पुलिस ने सिरचंदी गांव में एक सफेद रंग की कार में संदिग्ध रूप से घूम रहे तीन लोगों, जिनमें एक ने दरोगा की वर्दी पहन रखी थी और अपने को उत्तराखंड पुलिस का बता रहा कर लोगों से अवैध वसूली कर रहे थे, की सूचना पर भगवानपुर पुलिस के उपनिरीक्षक पुष्पेंद्र सिरचंदी स्थित सरकारी अस्पताल पर पहुंचे, जहां उन्होंने सफेद रंग की टाटा जेस्ट कार रोक ली। जिसके अंदर तीन व्यक्ति बैठे थे और ड्राइवर की सीट के बगल वाली सीट पर उत्तराखंड पुलिस की वर्दी पहना दरोगा बैठा था। तीनों लोगों ने अपने को एसटीएफ देहरादून की टीम का होना बताया। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम लितेश कुमार पुत्र राजकुमार (29) निवासी धर्मपुरी बस्ती थाना क्लेमेंटाउन देहरादून बताया, उसके कब्जे से 2400 तथा सरवर पुत्र अनवर (30) निवासी टर्नर रोड C7 थाना क्लेमेंटाउन बताया, उसके कब्जे से 2700 रुपये और रहीम अहमद पुत्र रफीक अहमद (33) निवासी 229 फेस वन वसंत विहार देहरादून बताया, उसके कब्जे से 2,000 रुपये बरामद हुए। साथ ही बताया कि वह रात में घूमकर लोगों को थाने ले जाने का भ्रम दिखाकर उनसे पैसे लेते थे। आरोपी सरवर द्वारा उत्तराखंड पुलिस की वर्दी पहनकर अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों से पैसे की वसूली की जाती थी। इस संबंध में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया। टीम में उप निरीक्षक मनोज ममगई, उप निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह, उप निरीक्षक रणवीर चौहान, कॉन्स्टेबल सचिन, बलदेव व बलविंदर शामिल रहे।