देश व हिन्दू रक्षार्थ बगुलामुखी यज्ञ 25 से
हरिद्वार। जब धर्म और अस्तित्व बचाने का कोई मार्ग नहीं बचता तो भगवान की शरण ही एकमात्र उपाय बचता है। आज हिन्दुओं पर अपने अस्तित्व को बचाए रखने का संकट है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए देश और सनातन धर्म की रक्षार्थ गुप्त नवरात्र में बगुलामुखी यज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। 25 जनवरी से 3 फरवरी तक यह यज्ञ सप्तऋषि क्षेत्र स्थित भूमानंद घाट पर किया जाएगा।
यह जानकारी सिद्धपीठ डासना काली मंदिर के स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती महाराज ने शुक्रवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों को देते हुए बताया किदेश में जिस प्रकार हिन्दुओं की स्थित हो चुकी है, उसे अब भगवान ही बचा सकता है। कहाकि उन्होंने आज सनातन धर्म के खेवनहार विभ्रम की स्थिति में हैं। उन्हें यह नहीं पता की किस प्रकार से धर्म और हिन्दुओं की रक्षा की जाए। कहाकि उन्होंने इस संबंध में कई धर्म संसद और अन्य आयोजन कर स्थिति से निपटने के प्रयास किए, किन्तु उन्हें असफलता ही हाथ लगी। हार कर अब वे भगवान की शरण में जा रहे हैं। इसी के चलते 25 जनवरी से आरम्भ होने वाले गुप्त नवरात्र से बगुलामुखी यज्ञ का सप्तऋषि स्थित भूमानंद घाट पर आयोजन किया जा रहा है। कहाकि आज लोग मंदी की मार का रोना रो रहे हैं, किन्तु वे आततायियों की बढ़ती गतिविधियों से बेखबर हैं। आज हिन्दू अपनी जड़ों से कटता जा रहा है। हिन्दू क्षेत्र लगातार विधर्मियों से घिरता जा रहा है। सनातन धर्म की रक्षा के लिए धर्माचार्यों को आगे आना चाहिए था, किन्तु वे भी इसका कोई हल नहीं निकाल पा रहे हैं। उन्होंने कहाकि सरकार को जनसंख्या नियंत्रण कानून जल्द लाना चाहिए। अन्यथा आगामी दस वर्षों के बाद देश इस्लामिक राष्ट्र बन जाएगा। उन्होंने कहाकि आज हिन्दू समाज सोया हुआ है। ऐसे में कोई भी सरकार या धर्माचार्य कुछ नहीं कर सकते। कहाकि यदि हिन्दू नहीं जागा तो उनका अस्तित्व संकट में आ जाएगा। प्रेस वार्ता के दौरान पं. अधीर कौशिक, मुकेश त्यागी, प्रविन्द्र आर्य, यति सत्यदेवानंद सरस्वती, बाबा परमानन्द, रेणू त्यागी, मधु नौटियाल, पूनम चौहान व बॉबी चौहान आदि मौजूद थे।