दैनिक बद्री विशाल
रुड़की/संवाददाता
विगत 20 दिसम्बर को गंगनहर कोतवाली अन्तर्गत हुए बहुचर्चित प्रधन कमरे आलम हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त मास्टरमाइंड अभियुक्त आबिद के छोटे भाई आशिक अली पुत्र जब्बाद निवासी शाहीनबाग जामिया नगर नई दिल्ली को गंगनहर पुलिस द्वारा 15 जनवरी को मंगलौर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
अभियुक्त आशिक अली अपने वकील से मिलने जा रहा था तथा आत्मसमर्पण करने की फिराक में था। इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता आशिक अली जामिया विश्वविद्यालय दिल्ली से मैकेनिकल में इंजीनियरिंग पास हैं और कई साल विदेशों में भी नौकरी कर चुका हैं। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद आशिक अली द्वारा बताया गया कि उसके भाई आबिद को कमरे आलम से जान का खतरा था। इसलिए उन्होंने षड़यंत्र रचकर किराए के शूटरों के माध्यम से कमरे आलम की हत्या करवाई और हत्या के दिन ही पहले से ही बनाई गई योजना के अनुसार आबिद सीधे धर्मशाला थाने पर पहंुचा और वहां अपनी वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई। साथ ही 100 नंबर पर भी कॉल किया। उसके साथ-साथ उसी दिन हत्या के तुरंत बाद आशिक अली दिल्ली में रोहिणी थाने पहंुचा और वहां पहंुचकर बताया कि रुड़की में कोई मर्डर हो गया हैं और उसमें मुझे झूठा फंसाया जा सकता हैं। उसके द्वारा इस बात की एंट्री थाने के अभिलेखों में करवाई गयी। इसके अतिरिक्त उसके द्वारा सबूत के रुप में दिल्ली में ही 100 नंबर पर कॉल करके भी अपने आप को दिल्ली में होने की बात बताई। अभियुक्त द्वारा जान-बूझकर घटना के दिन अपने बचाव में किए गए फोन कॉल्स की डिटेल दिल्ली और धर्मशाला से प्राप्त कर विवेचना में शामिल कर साक्ष्य संकलन किया जायेगा। इस हत्याकांड में शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
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