बद्रीविशाल ब्यूरो
हरिद्वार। जिला परियोजना प्रबंधक की अध्यक्षता में सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट की एक महत्वपूर्ण बैठक रोशनाबाद स्थित ग्रामोत्थान परियोजना के जिला कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में सिंघाड़ा आटे की पैकेजिंग डिजाइनिंग, गुणवत्ता सुधार और मार्केटिंग रणनीति पर चर्चा की गई।
पैकेजिंग और उत्पाद गुणवत्ता पर चर्चा:-
बैठक में पैकेजिंग डिजाइनिंग एवं ब्रांडिंग पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। श्रीमती प्रीति ने बताया कि आकर्षक और जानकारीपूर्ण पैकेजिंग उत्पाद की बाजार में पहचान बढ़ाने में मदद करेगी। इसमें पोषण संबंधी जानकारी और गुणवत्ता प्रमाणन को शामिल करने पर जोर दिया गया। साथ ही इन्होंने यह भी बताया कि फूड टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवाएं और सिंघाड़ा आटे की गुणवत्ता सुधारने एवं इसे बाजार के मानकों के अनुरूप बनाने में सहायता प्रदान करेगी।
सिंघाड़ा आटे की खरीद एवं विपणन:-
बैठक में डॉ. अरविंद चौधरी ने सिंघाड़ा आटे को क्रय करने में रुचि जताई, जिससे स्थानीय किसानों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा। इस निर्णय से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और महिलाओं को स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। इस पहल से स्थानीय उत्पादकों को प्रोत्साहन मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी। ग्रामोत्थान परियोजना के तहत इस योजना को शीघ्र लागू करने के लिए सभी संबंधित पक्षों के बीच समन्वय आवश्यक होगा।
बैठक में श्रीमती प्रीति (कंसल्टेंट) एवं डॉ. अरविंद चौधरी (एग्रीकल्चर फाउंडेशन डेवलपमेंट कोऑपरेटिव सोसाइटी) ने भाग लिया।