हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्री महंत हरिगिरि महाराज ने कहाकि मेला प्रशासन और सरकार कुंभ मेला आरम्भ होने से पूर्व संन्यासियों के अंतिम संस्कार के लिए भू समाधि दिए जाने के लिए स्थान उपलब्ध कराए।
शनिवार को वार्ता करते हुए उन्होंने कहाकि हरिद्वार में अभी तक अधिंकाशं संन्यासियों के ब्रह्मलीन होने पर जल समाधि का प्रचलन है। किन्तु गंगा जी के प्रदूषण को देखते हुए उनकी यह चिंता है कि गंगा जी किसी भी हालत में प्रदूषित न हों, इसके लिए शासन-प्रशासन को चाहिए की वह कुंभ मेला आरम्भ होने से पूर्व संन्यासियों को भू समाधि दिए जाने के लिए स्थान उपलब्ध कराए। कहाकि कुंभ मेले के दौरान किसी संत के ब्रह्मलीन होने पर गंगा जी में समाधि दिए जाने से देश व दुनिया में गंगा प्रदूषण दूर करने के लिए किए जा सके सरकार और अन्य संगठनों के प्रयासों को लेकर गलत संदेश जाएगा। श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने कहाकि सरकार व मेला प्रशासन जहां तक चाहे मेला क्षेत्र का विस्तार करे। किन्तु प्रशासन वहां मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखे। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक आयोजित होगी। जिसमें मेला प्रशासन के साथ मेला क्षेत्र के विस्तार और समाधि के लिए भूमि आबंटन किए जाने को लेकर चर्चा की जाएगी। श्री महंत हरिगिरि महाराज ने कहाकि मेला प्रशासन कुंभ कार्यों में तेजी लाए और जहां मेला क्षेत्र का विस्तारिकरण करना है वहां लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए। जिससे यहां आने वालों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।