एमओयू से विकास योजना और वैज्ञानिक अनुसंधान में सहयोग को मिलेगा बढ़ावा
रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने विकास योजना, लोक प्रशासन, प्रशिक्षण तथा वैज्ञानिक अनुसंधान में सहयोग के लिए भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर सोमवार को हस्ताक्षर किया है। एमओयू पर आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी व आईआईपीए के निदेशक एसएन त्रिपाठी ने हस्ताक्षर किये। एमओयू के अनुसार दोनों संस्थान संयुक्त रूप से अनुसंधान, फील्ड स्टडी, समकालीन मुद्दों पर विचार-विमर्श, कार्यशालाओं, सेमिनारों और शैक्षणिक कार्यक्रमों के विकास और सार्वजनिक प्रशासन सहित शहरी और ग्रामीण विकास से जुड़े गतिविधियों का आयोजन करेंगे। दोनों संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर संकाय सदस्यों, अधिकारियों और विशेषज्ञों के एक्स्चेंज का प्रावधान भी समझौता ज्ञापन में शामिल है।
इस अवसर पर आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत के. चतुर्वेदी ने कहाकि हम ज्ञान के आदान-प्रदान और अनुसंधान के उद्देश्य से भारतीय लोक प्रशासन संस्थान के साथ जुड़ कर खुश हैं। हमें उम्मीद है कि ये समझौता दोनों ही संस्थानों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगा।
भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए) के निदेशक एसएन त्रिपाठी, कहाकि आईआईटी रुड़की के साथ साझेदारी वैज्ञानिक क्षेत्र में हमारे ज्ञान को बहुत समृद्ध करेगी। यह इंटीग्रेटेड गवर्नमेंट ऑनलाइन ट्रेनिंग को बढ़ावा देने के लिए गुड-गवर्नेंस की दिशा में क्षमता-निर्माण को बढ़ावा देने के हमारे लक्ष्य के अनुरूप है।
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