कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्वः गंगा में श्रद्धालुओं ने लगायी पुण्य की डुबकी

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चाक चैबंद रही स्नान पर्व पर पुलिस की व्यवस्था
हरिद्वार।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर तीर्थनगरी के गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। ब्रह्म कुण्ड हरकी पैड़ी समेत गंगा के तमाम घाटों पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा पुण्य लाभ अर्जित किया। स्नान के पश्चात श्रद्धालुओं ने देव दर्शन कर दान-पुण्य आदि कर्म किए। हरकी पैड़ी व भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस प्रशासन की ओर से सम्पूर्ण मेला क्षेेत्र को 9 जोन तथा 32 सेक्टरों में बांटा गया था।
कार्तिक पूर्णिमा का स्नान के लिए सोमवार की रात्रि से ही स्नान का पुण्यकाल शुरू हो गया था। सोमवार से ही लोग हरिद्वार पहुंचने लगे थे। श्रद्धालुओं ने ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान शुरू कर दिया। स्नान का सिलसिला दिन भर चलता रहा। दिन चढ़ने के साथ गंगा के घाटों पर स्नान करने वालों की भीड़ भी बढ़ती गई।
लोगों ने गंगा स्नान के पश्चात देव दर्शन किए तथा दान-पुण्य आदि कर्म भी किए। तीर्थनगरी के आश्रम-अखाड़ों में भी कई धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए गए। कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर भीड़ को देखते हुए प्रशासन की ओर से यातायात व्यवस्था दुरूस्त बनाए रखने के लिए खासे इंतजाम किए थे। यातायात प्लान भी लागू किया गया था। बावजूद इसके भीड़ के कारण लोगों को जाम से दो-चार होना पड़ा।
पं. देवेन्द्र शुक्ल शास्त्री के मुताबिक कार्तिक मास पूर्णिमा में स्नान करने से बड़ा पुण्य मिलता है। बताया कि पूर्णिमा से अंतिम पांच दिनों में प्रातःकाल स्नान करने से समूचे माह गंगा स्नान करने का फल मिलता है। बताया कि कार्तिक मास भगवान विष्णु को समर्पित होता है। कार्तिक मास में ही भगवान विष्णु चार माह की योगनिद्रा से जागृत होते हैं और इसी के साथ सभी मांगलिक कार्य भी आरम्भ हो जाते हैं। बताया कि इस मास में भगवान विष्णु की पूजा विशेष फलदायी होती है। इस समूचे मास में विष्णु पूजा करने से मोक्ष्ज्ञ की प्राप्ति होती है।

स्नान पर्व पर दिखा लघु भारत का रूप
कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व के लिए गंगा मंे डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का एक दिन पूर्व ही आगमन शुरू हो गया था। स्नान पर्व पर मंगलवार को कई प्रांतों के लोग अपने प्रांत की वेशभूषा में नजर आए। खासकर हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, हिमाचल, दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात आदि प्रांतों के लोगों के आने से तीर्थनगरी में लघु भारत का रूप दिखाई दिया।

स अधिकारियों ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कसी हुई थी। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। सीसीटीवी के माध्यम से मेला क्षेत्र पर कड़ी निगरानी की गई। एसएसपी अबुदई कृष्णराज एस ने भी अधिकारियों के संग हरकी पैडी पहुंचकर व्यवस्थाओं का मुआयना किया और अधिकारियों को निर्देश दिए।

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