देहरादून। राजधानी देहरादून के धौलास गांव में हुए दोहरे हत्याकांड का आखिरकार पर्दाफाश हो गया है। पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला और कोई नहीं बल्कि धौलास गांव के इस आलीशान बंगले में काम करने वाले राजू उर्फ श्याम थापा का पहचान वाला ही निकला। पुलिस के मुताबिक, राजू को ठिकाने लगाकर उसकी नौकरी पाने की चाह में हत्यारे ने पहले राजू को ठिकाने लगाया और इसी दौरान जब बंगले की मालकिन उन्नति शर्मा ने राजू की हत्या करते देखा तो उसने उन्नति को भी मौत के घाट उतार दिया। एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने मामले का खुलासा करते हुए हत्याकांड की परत-दर-परत खोली।
एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि इस दोहरे हत्याकांड में मारा गया राजू उर्फ श्याम थापा मूलरूप से नेपाल का रहने वाला है। उसी का एक साथी जो धौलास गांव के निचले इलाके में झोपड़ पट्टी में रहता था। आरोपी राजू की जगह पर वह नौकरी पाना चाहता था। दरअसल, राजू को बंगले में नौकरी के एवज में 25,000 रुपए मिलते थे। इसलिए उसने उसकी हत्या की साजिश को अंजाम दिया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हत्यारे को 2 दिन पहले ही पुलिस कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही थी। इस मामले में नौकर राजू के मोबाइल को सर्विसलांस में लगाने के जरिए ही पुलिस कथित हत्यारे तक पहुंची। पुलिस के मुताबिक, दोहरे हत्याकांड का आरोपी आदित्य ने 29 सितंबर की सुबह 4 बजे के आसपास घटनास्थल के बंगले में पहुंचा। उसके बाद लगभग 6 बजे सबसे पहले उसने मृतक राजू के सिर पर लोहे की रॉड से प्रहार कर उसे मौत के घाट उतारा। इसी बीच जब बंगले की मालिक उन्नति शर्मा मौके पर पहुंची तो आरोपी ने उसे हत्या का राजदार मानते हुए उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया। गौर हो कि इस दोहरे हत्याकांड को लेकर पुलिस अलग-अलग एंगल से वर्कआउट करने में जुटी रही। हत्याकांड में पुलिस के हाथ कोई ठोस सुबूत और अहम सुराग नहीं आ रहे थे। ऐसे में इस बात का अंदेशा जताया जा रहा था कि या तो इस बेशकीमती आलीशान प्रॉपर्टी को हड़पने के लिए कोई षड्यंत्र हो सकता है, या फिर परिवार के संबंधों को लेकर कड़ी जोड़ी जा रही थी।
हैरानी का विषय यह है कि लगभग 8 बीघा के दायरे में फार्म हाउस जैसे बने आलीशान बंगले के अंदर-बाहर और न ही आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरा लगाया है। जबकि इस आलीशान बंगले में फिल्म की शूटिंग होती रहती है। ऐसे में पुलिस अभी बंगले की ओर आने वाली मुख्य सड़कों के सीसीटीवी कैमरे खंगालकर पिछले कुछ दिनों में आने-जाने वाले लोगों की जानकारी भी जुटा रही थी। सुनसान इलाके में बंगलारू धौलास गांव के आलीशान बंगले में हुए डबल मर्डर को वर्कआउट करने के लिए पुलिस टीमें आसपास के ग्रामीणों से भी पूछताछ में जुटी रही। हालांकि, इस विषय में भी सबसे बड़ी समस्या यह आ रही थी कि उन्नति शर्मा और सुभाष शर्मा के इस आलीशान बंगले के आसपास जंगल और सुनसान इलाका है। हालांकि कुछ दूरी पर गांव वाले जरूर हैं, लेकिन ग्रामीणों का साफ तौर पर कहना था कि सुभाष शर्मा का परिवार शुरू से ही स्थानीय लोगों से दूरी बनाकर रहता था। हत्याकांड के खुलासे में पुलिस ने बताया कि हत्यारा आदित्य ने वारदात से कुछ समय पहले 4 से 5 दिन नौकर के तौर पर बंगले में काम भी किया था। ऐसे में आरोपी के कामकाज को मृतक उन्नति शर्मा को पसंद भी आया। इसी दौरान उसकी जान पहचान मृतक नौकर राजू उर्फ श्याम से हुई। ऐसे में आरोपी ने मन ही मन इस बात को मान लिया था कि क्यों ना राजू को ही रास्ते से हटाकर उसकी शानदार 25 हजार वेतन की नौकरी पा ली जाए। इसी षड्यंत्र के तहत उसने दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया।